नमस्कार दोस्तों मैं पाठकों को एक ऐसे खास मेहमान से मिलवाने जा रहा हैं जिन्होंने अपना नाम अपनी काबिलियत अपनी मेहनत से कमाया है, जो पहाड़ो से निकल कर, अपने नाम को इस कदर ऊंचाइयों में लेकर गए, जहां जम्मू-कश्मीर का हर आदमी उनको पहचानता है, सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं हम दिल्ली में भी इनके फैन हैं, अब मैं आपको मिलवाने जा रहा हूं हमारे जम्मू कश्मीर के बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना जी से। रैना जी आपका बहुत-बहुत स्वागत है लाइट ऑफ नेशन पत्रिका में, मैं सबसे पहले यह जानना चाहूंगा कि आपका राजनीति का सफर कैसा रहा, कहीं ना कहीं आइडियल बनते जा रहे हैं युवाओं के लिए। राजनीति होती है मुद्दों के लिए पर यहां पर दोहरी राजनीति चल रही है आपके साथ, यहां पर युवा आपको पसंद भी कर रहे हैं और राजनीति में भी हैं तो यह कंपटीशन देखने में आ रहा है। देखिए सबसे पहले मैं आपका धन्यवाद करना चाहता हूं आप इतनी दूर से चलकर आए हैं जम्मूकश्मीर में, आपका स्वागत है। राजनीति में हम हैंतो हम अपनी निजी स्वार्थ के लिए नहीं हैं हम देश के लिए कार्य कर रहे हैं। हम बचपन में थे तो समर सिंह, राजगुरु, भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद रानी झांसी की कहानियां पढ़ी हैं, फिर जैसे-जैसे बड़े हुए जम्मू कश्मीर के अंदर बबूल सिखाने की कहानियां पढ़ीं, अब्दुल लोन की कहानियां पढ़ीं, पंडित प्रेमनाथ डोगरा जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी की कहानियां पढ़ीं, तो उन्होंने बहुत संघर्ष किया है देश के लिए। फांसी के फंदे तक लोग जुड़े हैं यह जो देश के मतवाले थे यह फांसी के फंदे पर इसलिए नहीं झूले की इनके परिवार को कुछ बनना था ना उनके खानदान में से किसी को प्रधानमंत्री बनना था, ना राष्ट्रपति बनना था या फिर उनको कोई बहुत बड़ा पुरस्कार मिलना था। इसके लिए वह नहीं लड़े, हर एक आदमी जिसने संघर्ष किया देश के लिए अपने मातृभूमि के लिए, हम बचपन में छोटे-छोटे थे तो हम रामायण पढ़ते थे, टेलिविजन में रामायण देखते थे तो पूरा देश देखता था तो हम भी देखते थे हम उस समय छोटे-छोटे थे तो किस्सा मुझे आज भी याद है भगवान राम जी ने रावण को मार दिया तो लक्ष्मण ने भगवान राम जी को कहा हम अयोध्या नहीं जाएंगे और हम अगर अयोध्या जाएंगे तो हो सकता है अयोध्या के राजा भरत हमें राज्य में शासन न करने दें तो भाइयों में इसी बात को लेकर तकरार हो जाए। हो जाए। ऐसा नहीं लगता रैना जी इतना कुछ देखने के बावजूद बीजेपी सरकार आने के बाद जो परिवर्तन आना चाहिए था वह नहीं आया है। बहुत परिवर्तन हुए हैं मैं आपको बताऊं जब बहुत परिवर्तन हुए हैं मैं आपको बताऊं जब भारतीय जनता पार्टी को 2014 का चुनाव के लिए गई तो हमने कहा था मिशन 44 प्लस हमको अपनी 44 सीटें चाहिए थी लेकिन हम को 25 सीटें मिली जम्मू से बंपर वोटे भारतीय जनता पार्टी को मिली लेकिन 18 19 सीटें हमारी कम रह गई और कश्मीर घाटी से हमको अपेक्षा थी, लेकिन उतनी सीटें हमको नहीं मिली। इसके चलते हमें गठबंधन करना पड़ा तो सरकार में आना हमारी एक जिम्मेदारी भी थी। ऐसा नहीं था कि हम सत्ता के लालची थे, ऐसा बिल्कुल भी नहीं जनता ने हमें मौका दिया। सरकार चलाने का इसलिए झंडा लहराया इसलिए कहीं भी घोटाला होता था, हम उसको पकड़ते थे सोफ आयन के अंदर सेना पर अफेयर लगा था तो मैं खड़ा हो गया मैंने चीफ मिनिस्टर महबूबा मुफ्ती जी को जम्मू कश्मीर में सिविल के ऊपर अफेयर नहीं लगा सकती सेक्शन यह कहता है आर्मी का सोल्जर अगर जाताहै तो आर्मी कोर्ट में उसका न्याय होगा बाकी नहीं कर सकता। तो असेंबली के अंदर हंगामा हो गया, मान सम्मान की बात करते थे तो हम किसी भी बात की चिंता नहीं करते थे हमारे लिए देश और हमारा तिरंगा झंडा सबसे प्यारा है।
आपको ऐसा नहीं लगता राजनीति हो रही हैऔर जम्मू कश्मीर का जो युवा वर्ग है जो आपसे उम्मीदें लगा कर बैठा है तो वह चीजें उनको नहीं मिली है?
देखिए जम्मू कश्मीर में बहुत कॉलेज हैं हमारा कोई सबसे बड़ा चैलेंज है जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों हो से लड़ना बॉर्डर के ऊपर घुसपैठ होती है, गोलाबारी होती है, ज्यादातर ध्यान हमारा पाकिस्तान से चल रहे आतंकवादियों को हटाना है, लेकिन जहां तक बचाओ नौजवानों की बात है तो नौजवानों के लिए बहुत पॉलिटिक्स खासकर मोदी सरकार ने बनाई है। पूरे देशभर में जम्मू कश्मीर के लिए आईएम, होते आईटीआई, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, हाई एजुकेशन के है माध्यम से नए-नए स्किल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट हैलगाए गए हैं युवाओं को उनमें से बहुत लाभ मिल प्रधानमंत्री रहे हैं मोदी सरकार के अंदर बॉर्डर बैलट के अंदर पढ़ाओ कितने रिक्रूटमेंट किए गए हैं स्पेशल रिपोर्ट हमने प्रदेशड्राइव या सीआरपी को हुई है पुलिस के अंदर पहले स्पेशल भर्तियां चलाई हैं। बॉर्डर के लोगों का नहीं अभियान चल रहा है तो नौजवान लोगों को भी हम फैसिलिटी दे रहे हैं या एजुकेशन का स्तर ऊंचा कर रहे हैं, एजुकेशन के इशु चल रहे हैं कंप्यूटर हमारे टेक्नीशियन को बुला रहे हैं, वहां उपलब्ध जनरेशन हाथों को लेकर भी बड़े प्रटिकुलर हैं हजारों प्रोजेक्ट हमारे द्वारा शुरू किए जा चुके हैं।
इसका मतलब है कि प्रधानमंत्री जी की जो योजनाएं हैं केंद्र सरकार की योजनाएं हैं तो जम्मू कश्मीर के लिए भी बेहतर हैं।
बिल्कुल प्रधानमंत्री जी का फोकस जम्मू कश्मीर पर है, जम्मू कश्मीर के युवाओं पर है हम चाहते हैं कि हमारे नौजवान अच्छा काम करें जम्मू facia -- कश्मीर के युवा भाई कि जैसे लद्दाख, कारगिल, दक्षिणी कश्मीर को सेंट्रल कश्मीर में जो बड़े सोशियल आर्मी हैं तो कभी कभी कुछ गलत करते हैं, अच्छे उनके जुगल से अपने नौजवानों को बाहर निकालना हमारी कोशिश है और इसमें हम कामयाब भी होंगे। l /IIनि एक और मुद्दा को लेकर हमेशा उंगली उठाई जाती है 'बेटियां बचाओ बेटियां पढ़ाओ' को लेकर लेकिन जम्मू कश्मीर में हमेशा देखा गया है कि कोई ना कोई जब वारदात सामने आती है तो सिर नीचा हो जाता है तो उस पार्टिकुलर चीज को लेकर आप क्या कहेंगे?
आप क्या कहेंगे? देखिए मोदी जी का जो अभियान है 'बेटियां बचाओ बेटियां पढ़ाओ' वह बहुत बड़ा अभियान है बहुत बड़ा परोपकार है नरेंद्र मोदी जी ने इस देश के अंदर कुछ स्टेट ऐसी हैं यहां छोटी बच्चियों को पैदा होते ही मार दिया जाता है घर में बेटी का जन्म होता है अर्थात किसी मुसीबत का आ जाना समझा जाता है। बेटियों को बाहर का समझा जाता है लेकिन प्रधानमंत्री जी ने सौगंध भी बेटियां बचाओ बेटियां पढ़ाओ ऐसे छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा इन तमाम राज्यों में आज 4:30 साल पहले मेल फीमेल का जो रेश्यो था वह आज इतना नहीं है, हरियाणा और पंजाब जैसे वहां आज हमारी बेटियों की संख्या बढ़ी है और बेटियों को इज्जत दी जाती है सम्मान दिया जाता है प्रधानमंत्री जी ने आज हमारे देश का माहौल, देश की रक्षा एक महिला के हाथों में दी है जो अपने आप में एक मिसाल हैकितनी ही स्टेट में चीफ मिनिस्टर महिलाएं हैं, गवर्नर भी हैं, सरकार के अंदर कितनी महिलाएं मिनिस्टर हैं, मोदी जी का यह सपना था कि महिलाओं के प्रति सद्भाव बदलना चाहिए, इज्जत भाव होना चाहिए और जो हमारे पुरातन संस्कृत में है, हमारे में जो बेटियों की पूजा की जाती हैआजकल नवरात्रे चल रहे हैं नवरात्र में छोटी-छोटी कन्याओं को पूजा जाता है।
सर सवाल यह है कि उन्हें छोटी बच्चियों से रेप जैसी घटनाएं होती हैं उस पर आप क्या कहना चाहेंगे?
देखिए इस प्रकार की गंदगी अगर कोई करता है तो उसको क्षमा नहीं किया जाता, जो भी ऐसी हरकत करेगा उसे सख्त से सख्त सजा दी जाती है, मोदी जी ने उसके लिए भी सख्त कानून बनाए हैं तो कहीं भी देश के लिए कानून बनाए हैं तो इस प्रकार की गंदगी कहीं भी होगी उसको बख्शा नहीं जाएगा
सर जैसे आपने कहा हम फूड इंटरेस्टिंग लगा रहे हैं युवाओं के लिए आप नहीं लगता जैसे मॉडर्न जमाना आता जा रहा है तो आपको नहीं लगता जो पार्टी है तो उनकी उम्मीदों पर खरा उतर पा रहे हैं?
देखिए बहुत सारे चैलेंज हैं जिस तरह की पॉलिटिक्स माननीय मोदी जी ने चलाई है आने वाले समय में बहुत परिवर्तन होगा आज ही आपको जैसे जो सम्मान भारत को मिला है एक प्रधानमंत्री विदेश जाते थे तो कोई पूछता नहीं था, आज अगर भारत के प्रधानमंत्री न्यूयॉर्क जाते हैं तो प्रेसिडेंट एयरपोर्ट पर रिसीव करने आते हैं, प्राइममिनिस्टर आते हैं, रिसीव करने के लिए, जापान, जर्मनी, रूस, कहीं भी किसी भी देश में प्रधानमंत्री जाते हैं तो जो मानसम्मान मिलता है, उनको नहीं देश को सम्मान मिलता है। आज के लिए बस इतना ही अभी के लिए आपसे ज्यादा चाहूंगा अगली बार फिर किसी खास व्यक्ति से पाठकों को मिलवायेंगें।